Silence Kills, Speak Up

Silence can be deceptive. Speak up, you may never get a chance to say what you wanted to.




कुछ चटपटी यादें

वोह जाती है टोह जाने दे
वोह जाती है टोह जाने दे
तुझे प्यार से मतलब है
कहीं से भी आने दे

कितनी आयी कितनी गयी
कितनी आयी कितनी गयी
मगर प्यार न बदला
बस लडकियां बदलती रहीं

यह मेरी कहानी यह मेरी ज़िन्देगानी
यह मेरी कहानी यह मेरी ज़िन्देगानी
आगे का मुझे याद नहीं

दूर से देखा तोह बारिश हो रही थी
दूर से देखा तोह बारिश हो रही थी
पास गया तोह भीग गया

दूर से देखा तोह शेर था
दूर से देखा तोह शेर था
इसलिये पास नहीं गया

यह मेरी कहानी यह मेरी ज़िन्देगानी
यह मेरी कहानी यह मेरी ज़िन्देगानी
न वोह मानी न वोह जानी
बस बह गए मेरे आँखों से पानी

तेरी याद मैं रो रो के हम tub भर दिए
तेरी याद मैं रो रो के हम tub भर दिए
वोह आये और नहा के चल दिए

उसने कहा तुम्हारे पास दिल नहीं है
उसने कहा तुम्हारे पास दिल नहीं है
अपने दिल मैं झांक के देखो ओ जालिम
तुम्हारे पास दो दो हैं

वोह आयी और खुशबु बिखेर के चली गयी
वोह आयी और खुशबु बिखेर के चली गयी
और हम हैं के सूंघते रह गए

The Above were few of the shayari which made the moment light at the end of the ITP session. Dull was the class and all was so different when it all started and it was a very good moment when we all had loads of fun and the best part was this all was made instantly in the classroom with the help of nishanto. I wish there were few more days at ITP training. Well we still have the behavioral training left but don't know how it would be after all the results were out. The retests and their results are yet to finalize many things for the future. I hope everything goes fine and the people who have to appear retests clear all of the papers and join us for the next level of training. I wish everything goes fine.

All the best to all of them !

2 broke the Silence...wen wud U?: (+add yours?)

Anonymous said...

awesome lines f poetry!!

drama queen said...

madcap!!!